शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2023

7 साल बाद इस कार्य के लिए शिक्षकों को दिया जा रहा निर्देश





काला रंग कैसा होता है... ब्लैक बोर्ड की तरह । आयत का आकार कैसा होता है... डस्टर की तरह... । सजीव पौधे कैसे होते हैं... एकदम हरा-भरा । निर्जीव कैसे होते है.... एक दम सूखे हुए ... ऐसे उदाहरणों के जरिए बच्चों को पढ़ाना है। यानी आसपास की चीजों को उदाहरण के रूप में लाना है और बच्चों को समझाना है। इसी बात को ध्यान में रखकर गया जिले के प्राथमिक कक्षा शिक्षकों को टीएलएम यानी टीचिंग लर्निंग मटेरियल तैयार करने का निर्देश दिया गया है कौन-कौन सी - चीज बच्चों के पढ़ाई में मददगार हो सकती है। किन-किन चीजों व उदाहरणों के जरिए बच्चों को सुगमता से समझाया जा सकता है। इसी बात को ध्यान में रखकर सभी प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को टीएलएम तैयार करने का निर्देश दिया गया है। करीब सात साल बाद फिर से टीएलएम पर विशेष जोर भुदिया जा रहा है।जिलाकार्यक्रम पदाधिकारी गया की ओर से इस संबंध में निर्देश जारी किया गया है।


पहली से पांचवी कक्षा तक के बच्चों के लिए प्रत्येक शिक्षक अपना-अपना टीएलएम तैयार करेंगे। यह टीएलएम स्थानीय चीजों से ही तैयार होंगे. बाजार से खरीदी हुई चीजों से नहीं। फिर प्रखंड स्तर पर बेस्ट पांच से 10 टीएलएम का चयनहोगा। इसके लिए प्रखंड स्तर पर टीएलएम मेला लगाने का निर्देश जारी किया गया है। 24 फरवरी से यह मेला शुरू हो रहा है। 6 मार्च को जिला स्तरीय टीएलएम मेला का आयोजन होगा। उक्त मेला के आयोजन के लिए प्रति प्रखंड सिर्फ 10 हजार रुपये खर्च करने का निर्देश है।


कहां पर कब लगेगा मेला


 24 फरवरी- डुमरिया, इमामगंज, बांकेबाजार, आमस, गुरुआ, शेरघाटी। 25 फरवरी- डोभी, बाराचट्टी, मोहनपुर, बोधगया नगर प्रखंड और गुरारू। 27 फरवरी- परैया, टिकारी, कोंच, बेलागंज, खिजरसराय, अतरी, नीमचक बथानी। 28 फरवरी- मानपुर, मोहड़ा, वजीरगंज,  फतेहपुर, टनकुप्पा,।6 मार्च- जिला स्तरीय प्रतियोगिता


0 टिप्पणियाँ: