आपको याद दिला दूं कि इस बार शिक्षक दिवस पर राजकीय शिक्षक पुरस्कार के लिए बीस शिक्षक चयनित हुए थे। उनमें दस महिला शिक्षक थीं और दस पुरुष शिक्षक थे। लेकिन, शिक्षक दिवस के ठीक दो दिन पहले बीस चयनित शिक्षकों में शामिल बिहारशरीफ स्थित आवासीय माडल मध्य विद्यालय, भैंसापुर की प्रधान शिक्षिका सुनीता सिन्हा पर पूर्व में लगे गबन का आरोप संबंधी शिकायत प्राप्त होने और सारण के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, टेसुआर के शिक्षक शशिभूषण शाही पर प्राथमिकी दर्ज होने की सूचना मिलने पर शिक्षा विभाग ने उन्हें तत्काल पुरस्कार देने पर रोक लगी दी।
इसके साथ ही दोनों शिक्षकों के मामले में संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गयी। विभाग ने तय किया कि जांच में निर्दोष पाये जाने के बाद उन्हें पुरस्कार दिया जायेगा ।यही वजह रही कि शिक्षक दिवस पर दोनों शिक्षक राजकीय शिक्षक पुरस्कार से पुरस्कृत नहीं किये गये। बाकी अठारह चयनित शिक्षक शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के हाथों राजकीय शिक्षक पुरस्कार से पुरस्कृत हुये। उनमें नौ महिला एवं नौ पुरुष शिक्षक थे। राजकीय पुरस्कार के तहत प्रत्येक शिक्षक-शिक्षिका को पुरस्कार स्वरूप पन्द्रह हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र दिये जाते हैं।
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