गुरुवार, 19 अगस्त 2021

नियमावली 20 के तहत 50% सीट पर प्रधानाध्यापक के लिए शिक्षको की प्रोन्नति।देखिए ये रिपोर्ट



पंचायतीराज एवं नगर निकाय शिक्षकों ने प्रधान शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों के पदों को प्रोन्नति से नहीं भरे जाने का विरोध किया है । इस मुद्दे पर पंचायतीराज एवं नगर निकाय शिक्षक संगठनों ने आंदोलन पर उतरने की चेतावनी दी है। टीईटी-एसटीईटी उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ (गोपगुट) के  प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक एवं प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी पाण्डेय ने टीईटी-एसटीईटी शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार का आरोप लगाते हुए कहा है कि चार एवं पांच सितंबर को सभी जिला मुख्यालयों पर शिक्षक सत्याग्रह का आयोजन किया जायेगा। संगठन ने नियामवली, 2020 के तहत प्रधान शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों के  50 फीसदी पदों को प्रोन्नति से भरने की मांग की है।

संगठन ने कहा है कि का परीक्षा देकर बहाल होने पर प्रधान शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक का कैडर अलग हो सकता है, तो टीईटी- एसटीईटी पास कर बहाल शिक्षकों टीईटी का कैडर अलग क्यों नहीं? दूसरी ओर बिहार राज्य प्रारंभिक मुख्यमंत्री शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने प्रधान शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों के पदों पर प्रोन्नति से पंचायतीराज एवं नगर निकाय शिक्षकों को वंचित किये जाने का विरोध करते हुए कहा है कि 21 अगस्त को जिला मुख्यालयों पर कैबिनेट के निर्णय की प्रतियां जलायी जायेंगी।

स्नातकोत्तर प्लसटू शिक्षक संगठन के प्रदेश महासचिव डॉ.कृतन्जय चौधरी ने कहा है कि उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के बदले प्राचार्य का पद होना चाहिये। उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्राचार्य के पद पर नियुक्ति हेतु न्यूनतम योग्यता उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर चार वर्ष का अनुभव होना चाहिये। टीईटी शिक्षक संघ मूल के प्रदेश

अध्यक्ष अमरदीप डिसूजा ने कहा है कि प्रधान शिक्षक की बहाली में टीईटी पास शिक्षकों को 20 फीसदी आरक्षण मिलना चाहिये। यह मांग मुख्यमंत्री कार्यालय को ईमेल भेज कर की गयी है।


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