स्कूल में अब मास्क का नियम लागू होगा, इसलिए हर साल नए यूनिफार्म की सूची में मास्क भी जुड़ेगा। हर बच्चे को मास्क लगाकर आना होगा।इमरजेंसी में स्कूल में भी मास्क रखे जाएंगे। यानी स्कूल में मेडिकल फैसिलिटी में मास्क शामिल किए गए हैं। इसके अलावा बच्चों को स्कूल आने, स्कूल में रहने और छुट्टी के वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा।
यह स्कूल प्रशासन, शिक्षक और अभिभावक पर भी लागू होगा। बच्चों को लेने आने वाले अभिभावकों को स्कूल गेट पर सोशल डिस्टेंसिंग से खड़ा रहना पड़ेगा। लॉकडाउन के बाद स्कूल खुलने के लिए चार स्टेप बनाए गए हैं। हर स्टेप पर गंभीरता से स्कूलों को पालन करना हैं। चार स्टेप इस प्रकार है।
पहला स्टेप विद्यालय खुलने की तिथि से दो दिन पहले केवल स्टाफ आएंगे। स्कूल को सैनेटाइज कराएंगे। कोरोना से बचाव संबंध में निर्देश जगह-जगह चिपकाए जाएंगे।
दूसरा स्टेप : नए नियमों की जानकारी अभिभावकों को दी जाएगी। स्कूल की ओर से बनाए गए नियमों का अभिभावकों को हर हाल में पालन करना अनिनार्य होगा।
तीसरा स्टेप : बच्चों के स्कूल में प्रवेश करने और जाने के समय सोशल डिस्टेंसिंग रहेगा। इसके अलावा स्कूल बस और वैन में भी इसी नियम का पालन करना होगा।
चौथा स्टेप : एक महीने तक हर दिन कोरोना पर जागरूकता क्लास चलेगी।
इसके अलावा चार बिन्दुओं पर नियमित फोकस किया जाएगा। इसमें लॉकडाउन के दोबारा होने की कल्पना करना, लापरवाही नहीं बरतने का संकल्प लेना, सोशल डिस्टेंसिंगरखा आदिशामिल है।
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