बुधवार, 27 नवंबर 2019

सरकार के अड़ियल रवैया से परेशान शिक्षक।




पटना

एनआईओएस से 18 महीने के डीएलएड कोर्स को बिहार सरकार मान्यता दे और ऐसे सभीएनआईओएस से 18 महीने के डीएलएड कोर्स को बिहार सरकार मान्यता दे और ऐसे सभी शिक्षकों को नियोजन में शामिल किया जाए। मणिपुर की तरह बिहार सरकार भी एनआईओएस से प्रशिक्षित शिक्षक को मान्यता दे।

इन मांगों को लेकर शिक्षक मंगलवार को सड़क पर उतरे। इसमें प्रदेशभर के लगभग दो हजार से अधिक शिक्षक शामिल हुए। शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति से शुरू हुआ। हाथ में बैनर लिये शिक्षक अपनी मांग के साथ गांधी मैदान होते हुए डाक बंगला चौराहे पर आये।


डाक बंगला चौराहे पर शिक्षकों को पुलिस ने रोक दिया। शिक्षकों को आगे नहीं बढ़ने दिया गया। इसके बाद शिक्षक वहीं बैठकर नारेबाजी करने लगे। फिर पुलिस ने शिक्षकों को जबरदस्ती वहां से हटाने की कोशिश की। 


इससे शिक्षक और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। कई शिक्षकों को पुलिस ने बहुत पीटा। इस दौरान झड़प और तेज हो गयी। शिक्षकों के विरोध करने पर कई शिक्षकों को पुलिस ने पकड़ लिया। इनमें इंद्रलोक कुमार, राजकिशोर, अभय कुमार, निर्भय कुमार आदि शिक्षक शामिल थे।

आंदोलन का नेतृत्व कर रहे एनआईओएस डीएलएड शिक्षक संघ के सूरज गुप्ता ने बताया कि पीएमओ ने डीएलएड को मान्यता दे दी है। इससे मणिपुर राज्य में शिक्षकों को मान्यता दी गयी है। हमें डाक बंगला चौराहे पर रोक दिया गया। पुलिस ने कई शिक्षकों को पीटा है। अगर हमारी मांगें नहीं मानी गयीं तो आंदोलन को और तेज किया जायेगा।


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