बुधवार, 20 नवंबर 2019

26 नवंबर से स्कूलों के कार्यक्रम में हो रहा है बदलाव।




स्कूलों में संसद बनेगा जहां बच्चे देश के संविधान के विभिन्न पहलुओं को जानेगे और उनसे लोगों को अवगत भी कराएंगे।26 नवंबर संविधान दिवस से इसकी शुरुआत सभी प्राइमरी से लेकर प्लस 2 सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में करनी है। अभियान के तहत अंबेडकर जयंती अप्रैल 2020 तक स्कूलों में विभिन्न गतिविधियां चलानी हैं।

बच्चों से लेकर शिक्षकों, कर्मचारियों को संविधान का महत्व और लोकतांत्रिक व्यवस्था में भारतीय संविधान की विशेषता बताने के लिए सरकार ने छह महीने की विशेष कार्ययोजना बनाई है।

प्राइमरी, मिडिल,हाईस्कूल और प्लस 2 स्कूल के बच्चों के लिए अलग-अलग शेक्षणिक कैलेंडर बनाया गया है। इसमें स्कूली बच्चे मॉक संसद के आयोजन से लेकर जनप्रतिनिधि, वकील से रूबरू होंगे।


डीपीओ समग्र शिक्षा अभियान डॉ.अमरेन्द्र पांडेय ने बताया कि इसके लिए सभी बीईओ को निर्देश दिया गया है। हर महीने का शैक्षणिक कैलेंडर बनाकर दिया गया है। किस महीने कौन सी गतिविधि करानी है, उसे बीईओ स्कूलों में कराएंगे।

इसके तहत प्रार्थना के समय मौलिक कर्तव्य का वाद विवाद, सेमिनार जैसी गतिविधियां होंगी। उद्देश्य है कि बच्चे संविधान के हर पहलू को जान सके।

डीपीओ ने बताया कि हमारे संविधान में 448 अनुच्छेद हैं। इसमें 12 अनुसूचियां, 94 संशोधन और 48 आर्टिकल हैं इसे हिंदी और अंग्रेजी में हाथों से लिखा गया था। इसे बनाने में 2 साल 11 महीने लगे थे। इस प्रयास से इन सारी बातों को बच्चे जानेंगे।

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