पटना।
राज्य में लांच की गई नई सीएफएमएस के माध्यम से वित्तीय लेन देन अब भी कठिन बना हुआ है। खास बात यह है कि नई पद्धति से कई विभागों को न आवंटन जा रहा है और न वेतन की निकासी हो पा रही है।
इससे क्षेत्रीय व मुफस्सिल कार्यालयों में अधिक परेशानी है। सूत्रों के अनुसार नई प्रणाली के सॉफ्टवेयर में विभिन्न विभागों के मेकर, चेकर, एप्रूवर आदि कई महत्वपूर्ण ब्योरे डाले जाने बाकी हैं। संबंधित अफसरों को इसके संचालन में पहली बार जो प्रशिक्षण दिया गया था, उसका कोई सार्थक परिणाम नहीं आया है।
अब उन्हीं अफसरों को पुनः सारी प्रक्रिया की जानकारी दी जा रही है। सूत्रों का दावा है कि जानकारी के अभाव में नया आवंटन विभागों को नहीं मिला और न सॉफ्टवेयर पर दर्शाया जा सका।वेतन फार्मेट भी सही नहीं है।
नई प्रणाली के तहत हेड ऑफ एकाउंट की मैपिंग होनी है निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी की भी मैपिंग नहीं हो सकी है। विभिन्न बजट शीर्ष के तहत भी मैपिंग नहीं हो सकी। प्रमंडल व जिलों की भी अलग-अलग मैपिंग होगी तभी आवंटन होगा।
0 टिप्पणियाँ: