जयपुर दफ्तर में चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए आए आवेदनों में से एक पर जयपुर कलक्टर जगरूप सिंह यादव की नजर बुधवार को पड़ी उसमें लिखा होता है कि साहब 'मेरीनसास का निधन हो गया हैं, मैं चुनाव ड्यूटी नहीं कर सकता।
जिला कलक्टर को शिक्षक के आवेदन में बताए कारण पर संदेह होता है। आवेदन उलट पुलट कर देखते हैं तो फॉर्म में आवेदक के घर का लैंडलाइन नंबर लिखा होता है। कलक्टर दफ्तर के लैंडलाइन से उस पर फोन करते हैं। फोन आवेदक की पत्नी उठाती हैं।
कलक्टर ने पूछा आप कौन बोल रही हैं? पत्नी ने पूछा आप कौन बोल रहे हैं? यादव बोले, मैं जयपुर जिला कलक्टर बोल रहा हूं। मुझे ये सुनकर बहुत दुःख हुआ की आपकी माता जी का निधन हो गया है?
आवेदक की पत्नी चौंकते हुए बोली, नहीं ऐसा कुछ नहीं हुआ
है वे ठीक हैं। कलक्टर ने कहा आपके पति ने चुनाव ड्यूटी निरस्त कराने के लिए सास के निधन की जानकारी दी थी। इसके बाद महिला ने कुछ नहीं बोला और यादव ने फोन काट दिया।
फोन काटने के बाद कलक्टर ने आवेदन पर झूठ लिखने की बात मार्क की और शिक्षक की तय स्थान पर ड्यूटी लगाने का निर्देश दे दिया। ड्यूटी से बचने के लिए झूठा बहाना बनाने वाले शिक्षक पर कार्रवाई के लिए भी कहा है।
आपको बता दे कि चुनाव ड्यूटी में झूठा आवेदन देने वाले कर्मचारियों को 17 सीसीए का नोटिस जारी किया जा रहा है दो दिन का वेतन रोका जा रहा है। कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा रहा है। सेवा से बर्खास्त करने का भी आदेश दिया जा रहा है। इसलिए जो सच है वही बताइए चुनाव एक जिम्मेदारी भरा काम है और इसको जरूर करना चाहिए।
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