छपरा में अपने बच्चों को स्कूल पहुंचाने की भी फुर्सत नहीं निकालने वाले अभिभावकों के लिए खुशखबरी है।
सुबह से ही काम के लिए निकल जाने वाले मां-बाप के लिए शिक्षा विभाग की पहल लाभदायक हो सकती है। अब उनके गांव के स्कूल में तैनात गुरुजी न सिर्फ उनके बच्चों को पढ़ाएंगे, बल्कि घर में सो रहे लाडले को जगाकर स्कूल तक भी लाएंगे ।
शिक्षकों को यह नई जिम्मेवारी शीघ्र ही मिलने वाली है।लोकसभा चुनाव सम्पन्न होते ही यह योजना जिले में लागू हो जायेगी। गुरुजी को गैरहाजिर बच्चों के घर जाकर उनके दरवाजे की कुंडी खटखटाने की नई जिम्मेदारी मिलने वाली है।
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने डीईओ व डीपीओ को पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि अबसेंट बच्चों को स्कूल तक लाने की जिम्मेवारी अब शिक्षकों और अधिकारियों की होगी। यह आदेश पहली से आठवीं क्लास तक के लिए जारी हुआ है।
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