पटना
सरकारी मध्य विद्यालयों में कक्षा एक से आठवीं तक का वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा 12 से 18 मार्च के बीच होगा। शिक्षा विभाग ने तय किया है कि परीक्षा का आयोजन इंटर और मैट्रिक परीक्षा की तरह सख्ती से किया जायेगा।
सरकारी स्कूल में कुर्सी, टेबल समेत सभी छात्रों को पास करने जैसे कहावत को चरितार्थ नहीं होने दिया जायेगा।शिक्षा विभाग ने तय किया है कि परीक्षा के बाद कॉपी जांच पूरी गंभीरता से होगी।
बेहतर उत्तर नहीं देनेवाले कक्षा 5 से 8 तक के छात्रों को फेल किया जायेगा।अगर कोई बच्चा फेल हो जाता है तो ऐसे बच्चों को विशेष शिक्षण दिया जायेगा।परीक्षा फल प्रकाशित होने के दो माह के अंदर दोबारा परीक्षा देनी होगी।अगर छात्र दूसरी बार में फेल हो जाते हैं तो अगली कक्षा में प्रमोट नहीं होगा।
पढ़ाई में कमजोर छात्रों पर वर्ष भर पढ़ाई-लिखाई पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।वहीं ऐसे छात्रों पर ध्यान रखा जायेगा। सभी वर्ग में पास हुए बिना वह स्कूल नहीं छोड़ेंगे।
बच्चो के फेल होने पर
प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष के अंत में पांचवीं तथा आठवीं कक्षा में नियमित रूप से परीक्षाएं होंगी परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को फिर से दो महीने तक विशेष कक्षा में पढ़ाई जायेगी। दो माह के भीतर ऐसे बच्चों के लिए पुन: परीक्षा यिोजित की जायेगी। यदि दोबारा भी ये बच्चे अनुत्तीर्ण होंगे तो उन्हें एक साल के लिए उसी कक्षा में रोककर पढ़ाई जायेगी, लेकिन बिना उत्तीर्ण हुए अगली कक्षा में प्रवेश नहीं दिया जायेगा।
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