अब स्कूलों में पायलट योजना के तहत बनेगा मध्यान भोजन
योजना का उद्देश्य :- यह केन्द्र प्रायोजित योजना है जिसका प्रमुख उद्देश्य सरकारी तथा सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं को प्रत्येक विद्यालय दिवस में गरमा-गरम मध्याह भोजन के माध्यम से पर्याप्त पोषक तत्व उपलब्ध कराना, तथा उन्हें कुपोषण से मुक्त रखना है।
इसके अलावे विद्यालय से बाहर के बच्चों को विद्यालय की ओर आकर्षित कर प्राथमिक शिक्षा का सर्वव्यापीकरण करना, छीजन रोकना, बच्चों में सामाजिक समानता, भाईचारा की भावना एवं स्वच्छता की आदत विकसित करना इस योजना का पूरक उद्देश्य है।
लक्ष्य :- हमारा लक्ष्य मध्याह्न भोजन योजना के उपर्युक्त उद्देश्यों की शत-प्रतिशत प्राप्ति है। विद्यालय में नामांकित सभी बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए सभी बच्चों को पौष्टिक मध्याहन भोजन उपलब्ध कराना है।
पायलट योजना के तरीके
1. खाद्यान्न का प्रवाह । : राज्य खाद्य निगम से विद्यालय तक खाद्यान्न संवेदक के माध्यम से उपलब्ध कराया जायेगा। विद्यालय में प्रधानाध्यापक /प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं जीविका के दीदी के संयुक्त हस्ताक्षर से खाद्यान्न की प्राप्ति की जायगी। वितरण सूची पर प्रधानाध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं जीविका के दीदी द्वारा हस्ताक्षर किया जायेगा।
2.प्रधानाध्यापक प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा 31 जनवरी 2019 का अवशेष खाद्यान्न को, जीविका के दीदी को हस्तगत करायेगें या जीविका की दीदी को लिखित रूप से बताते हुए जानकारी देगें।
3. संवेदक द्वारा उपलब्ध कराये गये खाद्यान्न की गुणवत्ता एवं मात्रा की जाँच करने एवं संतुष्ट होने के पश्चात् ही खाद्यान्न को प्राप्त किया जायेगा। यदि खाद्यान्न की मात्रा एवं गुणवत्ता में कमी पायी जाती है। तो वैसे खाद्यान्न को प्राप्त नहीं किया जायेगा।
4. खाद्यान्न प्राप्त करने के पश्चात विद्यालय के रसोई-सह-भण्डारगृह में या प्रधानाध्यापक द्वारा उपलब्ध कराये गये विद्यालय के किसी कमरा में खाद्यान्न का भण्डारण किया जायेगा। भण्डारित कमरे या रसोईघर की चाभी प्रधानाध्यापक/ प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं जीविका के दीदी के पास सुरक्षित रहेगा।
5.विद्यालय के प्रधानाध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापक बच्चों की वास्तविक संख्या विद्यालय प्रारंभ होने के एक घण्टे के अंदर जीविका के सदस्य को उपलब्ध करायेगेंजिसपर प्रधानाध्यापक5/ प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं जीविका के सदस्य का हस्ताक्षर रहेगा। आवश्यकतानुसार जीविका के सदस्यों द्वारा बच्चों की संख्या का सत्यापन भी किया जायेगा।
6. मध्याह्न भोजन बनाने हेतु लाभान्वित बच्चों के आधार पर प्रधानाध्यापक प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं जीविका सदस्य के उपस्थिति में भण्डारगृह से चावल एवं अन्य खाद्य सामग्री की निकासी किया जायेगा। प्रत्येक दिन उपयोग में लाये गये चावल एवं अन्य खाद्य सामग्री का लेखा जोखा एक पंजी प्र
संधारित किया जायेगाजिसपर प्रधानाध्यापक प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं जीविका सदस्य द्वारा संयुक्त हस्ताक्षर किया जायेगा।
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