पटना।
नयी पेंशन योजना लागू होने के बाद से अब तक नियुक्त हुए शिक्षकों एवं विभिन्न सेवाओं के अधिकारी-कर्मचारियों ने आपस में हाथ मिलाया है।
ऐसे सभी शिक्षक, अधिकारी एवं कर्मचारी अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं।आंदोलन पर उतरने को तैयार शिक्षक,अधिकारी एवं कर्मचारियों की मांग है। कि पुरानी पेंशन योजना लागू की जाय।
देश में नयी पेंशन योजना वर्ष 2004 में लागू हुई,नयी पेंशन योजना के दायरे में देश भर में तकरीबन 17 लाख शिक्षक, कर्मचारी एवं अधिकारी हैं। ऐसे शिक्षक, कर्मचारी एवं अधिकारियों की संख्या बिहार में तकरीबन 50 हजार है ।इनमें राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में नियुक्त हुए 'चौंतीस हजार पांच सौ चालीस कोटि के शिक्षक भी हैं।
पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर नयी पेंशन योजना से आच्छादित शिक्षक, कर्मचारी एवं अधिकारियों ने राष्ट्रीय स्तर पर ‘नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम' का गठन कर आंदोलन शुरू किया है।
बिहार में चौंतीस हजार पांच सौ चालीस कोटिके शिक्षकों की लड़ाई लड़ने वाले नंदकिशोर ओझा नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के प्रदेश अध्यक्ष बनाये गये हैं ।
श्री ओझा ने रविवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मुख्य मांग को लेकर स्थानीय गर्दनीबाग स्थित संजय गांधी स्टेडियम में 20 जनवरी को पुराना पेंशन अधिकार महारैली होगी ।
महारैली में बिहार में नयी पेंशन योजना से आच्छादित राज्य एवं केंद्र सरकार के 40 से 50 हजार शिक्षक, कर्मचारी एवं अधिकारी शामिल होकर पुरानी पेंशन योजना के लिए अपनी
आवाज बुलंद करेंगे।
महारैली में नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार '' भी शामिल होंगे। महारैली की तैयारी को लेकर नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम की राज्य इकाई की बैठक भी रविवार को हुई।
बैठक ने नयी पेंशन योजना से आच्छादित तमाम शिक्षक, कर्मचारी एवं अधिकारियों का आह्वान किया कि महारैली में जरूर शामिल हों, ताकि पुरानी पेंशन योजना लागू करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाया जा सके।
नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के प्रदेश महासचिव वरुण शर्मा (जो सचिवालय सेवा के हैं), संयोजक अखिलेश्वर प्रसाद यादव, उपाध्यक्ष उदय शंकर सिंह एवं संतोष कुमार संगठन मंत्री समसुद्दीन अहमद,प्रवक्ता सुरेशचंद्र पाण्डेय तथा कोषाध्यक्ष रविंद्रनाथ मिश्र बनाये गये हैं। संवाददाताओं से बातचीत में अनिरुद्ध प्रसाद, वरुण पाण्डेयअखिलेश्वर प्रसादसु रेशचंद्र पाण्डेय एवं मो. मुस्तफा अहमद भी मौजूद थे।
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