सिवान
अब सरकार जाति के आधार पर शिक्षकों को वेतन भुगतान करेगी। इसी आधार पर आटूबर व नवंबर माह के लिए राशि जारी की गई है।
आपको बता दे कि इससे शिक्षकों के बीच नाराजगी साथ ही एक सप्ताह से ज्यादा समय हो जाने के बाद भी स्थापना शाखा द्वारा वेतन भुगतान के लिए राशि ग्रामीण बैंक में नहीं भेजी गई।
इस तरह शिक्षकों का तीन माह से वेतन बकाया है। इससे शिक्षकों के सामने आर्थिक संकट है। फिर भी विभागीय अफसर उदासीन बने हुए हैं। इधर, शिक्षक नेताओ का कहना है कि सरकार नियोजित शिक्षकों को जाति में बांटकर आपस
में लडाने की सोची समझी रणनीति के तहत कार्य कर रही है।
यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। एक जाति के शिक्षक केतन पाकर खुश हो, जबकि दूसरी जाति के शिक्षकों को वेतन के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
आपको बता दे कि अभी तक दो ही मद की राशि जिले को प्राप्त हुई है, जिसमें सिर्फ सामान्य वर्ग एवं अनुसूचित जाति के शिक्षकों के वेतन के लिए राशि भेजी गई है।
एक साथ वेतन के लिए राशि जारी नहीं करने से शिक्षकों में आक्रोश है। शिक्षक समाज राज्य सरकार के इस वृणित कार्य की घोर निंदा करते हुए एक साथ वेतन देने की मांग कर रहा है।
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