नालंदा के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रधान सचिव शिक्षा विभाग, बिहार पटना के पत्रांक 16704 दिनां 26.12.2018 पत्र के आलोक में सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को आदेश दिया है कि मुख्यद्वार पर महात्मा गाँधी के सुविचारों को सुन्दर अक्षरों में प्रदर्शित करने का आदेश दिया है।
विभाग ने कहा है कि पत्र निर्गत की तिथि से दो दिनों के अन्दर अपने विद्यालयों के मुख्यद्वार पर निम्नांकित को सुविचारों को सुन्दर आकारों में लिखवाते हुए अनुपालन प्रतिवेदन अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
गांधी के सुविचार
01. पृथ्वी से हमें जो कुछ मिला है वह हमारी आवश्यकता पूरी करने के लिए पर्याप्त है। लेकिन हमारे लालच को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है।
02. सात सामाजिक पापकर्म
सिद्धान्त के बिना राजनीति
चरित्र के बिना ज्ञान
नैतिकता के बिना व्यापार
मानवता के बिना विज्ञान
त्याग के बिना पूजा
संभव नहीं
03. जो समय बचाते हैं वे धन बचाते हैं और बचाया धन कमाए हुए धन के समान महत्वपूर्ण है.''
04. ''आंख के बदले आंख पूरे विश्वा को अंधा बना देगी.''
05.''व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों से नहीं उसके चरित्र से होती है''
06. ''ऐसे जिएं जैसे कि आपको कल मरना है और सीखें ऐसे जैसे आपको हमेशा जीवित रहना है.''
ऊपर के बटन पर क्लिक करके आप राज्य सरकार द्वारा जारी पत्र को डाउनलोड कर सकते है।
यह पत्र पूरे बिहार के लिए जारी किया गया।
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