गुरुवार, 13 दिसंबर 2018

50 से ज्यादा प्राइमरी स्कूलों को बंद कर सकती है शिक्षा विभाग।


सिवान

जिले के 44 सरकारी स्कूलों के संचालन पर खतरा मंडराने लगा है। अब तक जांच के दौरान शिक्षकों को अनुपस्थित रहने व नामांकित बच्चों के कम आने का मामला आने पर हेडमास्टरों पर विभागीय अफसर शो काज करते हैं। 



लेकिन जिले में 44 ऐसे प्राइमरी स्कूल पाए गए है, जहां पर बच्चों का एडमिशन ही कम है। वानी को ऐसे स्कूलों में एक से लेकर 40 के बीच बच्चों की संख्या है। औसत 20 बच्चों का नामांकन जरूरी है। इससे ऐसे स्कूलों के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। 




इस तरह उस स्कूल के संचालन पर सरकार को लाखों रुपए का खर्च करना पड़ रहा है। लेकिन बच्चों के नहीं आने की वजह से सर्वशिक्षा अभियान का उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है। इस बात का खुलासा यू डायस की समीक्षा से हुआ है।


सर्वशिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह
ने डीओ से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने अपने मंतव्य के साथ रिपोर्ट देने को कहा है। इससे संभावना जताई जा रही है कि अगर ऐसे स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने पर पहले जोर दिया जाएगा फिर भी बच्चों की संख्या नहीं बढ़ेगी, तो ऐसे स्कूलों के मर्ज करने की भी कार्रवाई हो सकती है।


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