सोमवार, 8 अक्तूबर 2018

डीएम हो तो यैसा।निरीक्षण के दौरान डीएम के काम से खुश हुए अभिवाहक


मोतीहारी स्वच्छता अभियान को गति देते हुए प्रखंड क्षेत्र के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय नरकटिया (उर्दू) का निरीक्षण डीएम रमन कुमार ने किया।

इस स्कूल में डीएम दो घंटे तक रहे। इस दौरान उनको स्कूल में कुछ भी ठीक नहीं लगा।पूरे निरीक्षण के दौरान डीएम कभी सफाई कर्मी तो कभी शिक्षक तो कभी अभिभावक की भूमिका में नजर आए।


यहां तक कि एक तरफ प्रशासक की तरह बात करते तो दूसरी तरफ बच्चों से भी बात करने के दौरान वह बच्चों के मित्र की तरह नजर आए।

निरीक्षण के दौरान साफ-सफाई, विद्यालय में दी जा रही शिक्षा, खान-पान परिसर समेत टॉयलेट तक की गंदगी साफ करते दिखे। डीएम ने शिक्षकों को भी स्वच्छता के बारे में नसीहत दी।


अफसर के इस काम को लेकर पूरे शहर में तारीफ हो रही है।बिना नहाए स्कूल आए बच्चों को नहलाया निरीक्षण के दौरान डीएम को स्कूल कैंपस में जहां-जहां गंदगी नजर आई उसे साफ करना शुरू कर दिया।


सफाई के क्रम में डीएम ने कुदाल उठाई तथा परिसर की गंदगी को साफ करने लगे। उन्होंने स्कूल के टॉयलेट का रूख किया। वहां फैली गंदगी को देख बाल्टी में पानी भर कर ले गए तथा टॉयलेट को साफ करने लगे।

डीएम को यह करता देख छात्र भी उनके साथ लग गए तथा क्लास रूम तक को साफ किया।उनका ध्यान छात्रों पर गया, उन्होंने विद्यालय में उपस्थित बच्चों से स्नान करने के बारे में जानकारी ली।


जिन छात्रों ने स्नान नहीं किया था, उन्हें डीएम ने अपने से नहला कर अपने पास से तौलिया मंगा कर उनका शरीर भी पोंछा। विद्यालय में अभिभावक समेत सामान्य लोगों की भीड़ लग गई, जिनसे डीएम ने ओडीएफ तथा स्वच्छता पर सीधा संवाद किया और कहा कि स्वस्थ जीवन सभी को प्यारा है।


स्वस्थ जीवन की मूल आत्मा स्वच्छता में ही निवास करती हैं।शिक्षकों को भी दी नसीहत डीएम ने स्कूल में उपस्थित शिक्षकों का भी क्लास लगाते हुए कहा कि चम्पारण का रण अभियान में जिला के अंदर हम अशिक्षा पर प्रहार करने जा रहे हैं।

डीएम साहब ने कहा कि बच्चों को अनुशासित बनाना, अच्छी शिक्षा देना, उनको स्वच्छ रखना तथा स्वस्थ कैसे रहेंगे इसकी जानकारी देना शिक्षकों की ही जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि इसमें छात्रों के अभिभावकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका हैं। अभिभावकों को भी सफाई का विशेष ख्याल रखना चाहिए।

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