आपको बता दे कि बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ मूल ने अपने अध्यछ को बदलते हुए पूरण कुमार की जगह केशव कुमार जी को अध्यछ बना दिया है।
संगठन का कहना है कि तीन राज्यस्तरीय बैठकों में संगठन में चुनावों हेतु प्रस्ताव पारित किए गए थे और इसपर सबकी सहमति के साथ अध्यक्ष पूरण कुमार की भी सहमति थी।
लेकिन ज्यों -ज्यों चुनावों का समय आ रहा था,श्री पूरण कुमार ने तिथि घोषित करना तो दूर,बैठकों से भी दूर होते चले गए। संघ ने बताया कि संगठन के लोगो ने उनको समझाने, बात करने और मिलने की कोशिशें की जिसमे ओ सफल नही हो सके।
संगठन का कहना है कि सोशल मीडिया में ऐसी खबरें उड़ रही थीं कि संघ पुनः एक और टुकड़े होने जा रहा है इसी बात से प्रभावित हो कर हमने अध्यक्ष को मनाने की कोशिश की ,मिलने की हर कोशिश की,पर उन्होंने एक टीम अपनी बना ली थी और वे सिर्फ उन्हीं के जरिये सोशल मीडिया पर सामने आ रहे थे।
संगठन का कहना है कि हम सभी ने सिर्फ उनसे यही आग्रह किया कि ,आप मीटिंग कीजिये,पर वे अपने जिलों में तो रोजाना सक्रिय रहे,पर राज्य की जिम्मेदारी छोड़ दी।निरंतर बदनामी की स्थिति से संघ के साथी परेशान थे।
अंततः राज्य कमिटी के बहुमत ने यह तय किया कि चुनाव और सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करने हेतु संघ को मजबूत होना ही होगा।
अतः संघ ने जिलाध्यक्षों की सलाह से यह तय किया कि आज 28.10.18 को एक बैठक हो और उसमें संघ की जिम्मेदारी सर्वसम्मति से किसी वरिष्ठ सदस्य को दी जाए।
संगठन ने बताया कि सभी उपस्थित सदस्यों की राय से श्री केशव कुमार को अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गयी है और इनको संघ के घोषित चुनावों को कराने की भी जिम्मेदारी दी गयी है।
संगठन ने कहा कि हम जानते है कि इस फ़ैसले का भारी विरोध सोशल मीडिया पर होगा पर हम इस विरोध को सहर्ष स्वीकार करते हैं और तमाम शिक्षकों को आस्वस्त करते हैं कि आपका अहित नहीं होने देंगे।
प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार से जब ये सवाल पूछा गया कि आपके अध्यछ बनाने पर पुरजोर विरोध होगा क्योंकि,बहुत से लोग आपके संघ के पूर्ण चुनाव से सहमत नहीं थे और अब तो आप अध्यक्ष भी बन गए हैं और चुनाव भी करवाएंगे?
इस पर केशव जी ने कहा- विरोध करना विरोधियों का एकमात्र लक्ष्य होता है,वे यह भी नहीं करेंगे तो क्या करेंगे।हम सोशल मीडिया के धुरंधर भले ही नहीं हों पर हम काम के जरिये जवाब देना जानते हैं और हम वही करेंगे।संगठन ने एक बार फिर से मुझे पूर्ण जिम्मेदारी दी है और मैं इसे शीर्ष तक ले जाऊंगा।विरोध को मैं सही समझता हूं यह लोकतंत्र है।