सिर्फ तीन माह में अतिथि शिक्षकों का सरकारी स्कूलों से मोहभंग होने लगा है।
पटना जिले के कई अतिथि शिक्षकों ने नौकरी छोड़ने की जानकारी शिक्षक नियोजन कार्यालय को दी है। इसमें ज्यादातर ग्रामीण इलाकों के स्कूलों के शिक्षक शामिल हैं।
अभी तक मसौढ़ी, पालीगंजफतुहा।आदि जगहों के कई स्कूलों के अतिथि शिक्षक ने नौकरी छोड़ने की सूचना दी है।
शहर से इन जगहों की दूरी अधिक होने के कारण उन्हें आनेजाने में दिक्कत हो रही है।एक शिक्षक ने बताया कि पूरे महीने में मात्र पांच क्लास करने का मौका मिला।
ऐसे में मुझे पूरे महीने पांच हजार की आमदनी हुई। जितनी कमाई नहीं हुई उससे अधिक आनेजाने में खर्च हो जा रहा है।
पटना जिला में प्रथम चरण में 367 शिक्षकों का नियोजन होना था। लेकिन सारी प्रक्रिया करने के बाद मात्र 299 शिक्षक ही स्कूल में सेवा देने को पहुंचे।इनमें भी अब कई नौकरी छोड़ने लगे हैं। कुल शिक्षकों में 68 ने तो ज्वाइन ही नहीं की रिमाइंडर भेजा गया लेकिन वे नहीं आए।
आपको बता दे कि पटना जिला में 520 पदों के लिए शिक्षको का नियोजन अब दुबारा होगा।
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