आज कोर्ट नंबर 11 में समान काम समान वेतन की सुनवाई 11:56 मिनट पर शुरू हुई।
सरकारी वकील श्याम दीवान वहीं घिसा पिटा तर्क देते हुए कोर्ट के सामने नजर आए। जिसपर जज साहब ने उन्हें फटकार लगाई और बार बार एक ही बात दुहराने पर मना किया।
आपको बता दे कि सरकार की मंशा सिर्फ मामले को लंबा खींचने की। ताकि शिक्षक संगठन आर्थिक तौर पर कमजोर हो।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय में आज समान काम समान वेतन मामले पर महज मात्र 55 मिनट मिनट की सुनवाई चली।
55 मिनट की सुनवाई के दौरान सरकार के अधिवक्ता दीवान साहब वही पुरानी राग अलाप दोहराते हुए नजर आए।
आपको बात दे कि बीच बीच मे सुन्दरम साहब ने सरकारी वकील के बातों का जवाब भी दिया।
सुंदरम साहब ने कहा कि नियोजित शिक्षको के द्वारा बेहतर शिक्षा देने के वजह से स्कूल में छात्रो की संख्या बढ़ रही है ।
कल दीवान साहब के बाद सरकार के एक और अधिवक्ता मुकुल रोहतगी का भी सरकार के तरफ से पक्ष रखने की संभावना है।
उसके पश्चात ही शिक्षको के अधिवक्ता को अपना पक्ष रखने के लिए कहा जायेगा।कल पुनः 10:30 बजे से सुनवाई जारी रहेगी।
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