माननीय सुप्रीम कोर्ट में बिहार सरकार के वकीलों के द्वारा समान काम समान वेतन के विरोध में दिये गये दलीलों को वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल साहब ने अपने जोरदार बहस में साक्ष्य सहित गलत एवं तथ्यहीन साबित किया है ।
इस से शिक्षकों की जीत अब तय मानी जा रही है। परन्तु अभी भी इस मामले की लगातार सुनवाई जारी है।
कल दिनांक 23 अगस्त को होने वाली सुनवाई में सर्विस मैटर एवं शिक्षा मामलों के विशेषज्ञ, वरिष्ठ अधिवक्ता विजय हंसरिया साहब बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की ओर से चार लाख नियोजित शिक्षकों का पक्ष रखेंगे।
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संग़ठन ने बताया कि आज दिनांक 22 अगस्त को माननीय विजय हंसरिया के साथ अधिवक्ता नीरज शेखर, अनिमेष कुमार सिंह, मुरारी प्रताप, सुमित कुमार जैसे दिग्गज अधिवक्ताओं ने घंटों विचार विमर्श किया गया।
आपको बता दे कि वितीय मामले, शिक्षा आयोग की सिफारिशें, नई शिक्षा नीति, शिक्षा एवं शिक्षक संवर्ग, शिक्षा अधिकार अधिनियम, समानता का मौलिक अधिकार, शिक्षा का मौलिक अधिकार, विभिन्न संवैधानिक
एवं कानूनी प्रावधान सहित विभिन्न मुद्दों पर साक्ष्य सहित मजबूती से शिक्षकों का पक्ष रखकर जीत का मार्ग प्रशस्त बनाने की तैयारी कर ली गयी है।
ब्रीफिंग के बाद अधिवक्ताओं ने बताया कि समान काम समान वेतन लागू करवाने हेतु हमने सभी साक्ष्य तैयार कर लिया है। कल 23 अगस्त को जोरदार तरीके से राज्य के चार लाख शिक्षकों का पक्ष रखकर जीत सुनिश्चित करेंगे।
मौके पर बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू, जिला संजीव कुमार कामत, भुवन कुमार भी मौजूद थे।
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