27 जुलाई को समान काम समान वेतन में मिली निराशा को देखते हुए सभी संघो को ये एहसास जरूर हो गया कि अब ये लड़ाई अकेले नहीं लड़ी जा सकती है।
आपको बता दे की श्री केशव कुमार जी ने इस विषय पर पहल करते हुए आगामी 31 जुलाई की तैयारी के लिए सारे संघों को एकछत्र में लाने का का प्रयास जारी कर दिया है।
इससे पहले प्रदीप कुमार पप्पू जी ने 12 जुलाई के सुनवाई से पहले ही सभी संघो को एक होने के लिए कहा था लेकिन उस वक्त सुनवाई नजदीक थी और समय हाथ से निकल चुका था।,
केशव कुमार जी ने बताया कि बिहार सरकार द्वारा माननीय पटना उच्च न्यायालय के SWSP से संबंधित न्याय निर्णय के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में SLP डालना नियोजित शिक्षकों के प्रति दुर्भावना को साबित करता है।
उन्होंने ने कहा कि तारीख पर तारीख मिलना भारी आर्थिक दवाब पैदा कर रहा है एक अनुमान के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट में एक डेट पर लगभग एक करोड़ पंद्रह लाख से भी अधिक की राशि का भार नियोजित शिक्षकों को वहन करना पड़ रहा है।
केशव जी ने बताया कि 10 से अधिक सीनियर एडवोकेट के उपस्थित रहने पर भी मात्र 15 मिनट का बहस हो रहा है।
इस स्थिति में एक दूसरे को सम्मान देते हुए विश्वास का माहौल बना कर हम सभी संघो को एक साथ खड़े होकर इस लड़ाई को लड़नी चाहिए।
केशव जी ने बताया कि सभी लोगो से बात चीत हो रहीं है ताकि आगामी 31 जुलाई को एक तरह का बहस हो सके।
इस बैठक में राज्य के कई नेताओं के साथ माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव श्री शत्रुघ्न बाबू और श्री केशव कुमार ,प्रदीप कुमार पप्पू समेत अन्य शिक्षक प्रतिनिधि शामिल थे।
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